ज्ञान की मुरली का स्पष्ट और विस्तृत भावार्थ भी समझ लेना जरूरी है। ज्ञान की मुरली का स्पष्ट और विस्तृत भावार्थ भी समझ लेना जरूरी है।
अब तो आदत हो गई इन खामोशियों के साथ जीने की जीवन का संगीत तुम जो ले गई सुनैना। अब तो आदत हो गई इन खामोशियों के साथ जीने की जीवन का संगीत तुम जो ले गई सुनैना।
हाँ आश्वस्त रहना सब कुछ नष्ट हो जाने के बाद भी बहुत कुछ शेष रह जाता है जीवन के लिये। हाँ आश्वस्त रहना सब कुछ नष्ट हो जाने के बाद भी बहुत कुछ शेष रह जाता है जीवन के ल...
स्कूल के संस्मरण का छठवां भााग..... स्कूल के संस्मरण का छठवां भााग.....
आज फिर वही सब मेरे बेटे के साथ होने लगा जो मेरे साथ होता था, पर आज किसी अदृश्य शक्ति ने मुझसे वो कहल... आज फिर वही सब मेरे बेटे के साथ होने लगा जो मेरे साथ होता था, पर आज किसी अदृश्य श...
फेसबुक पर अनगिनत ग्रुप बने 'कवि गोष्टी ग्रुप ', 'गजल ग्रुप', राजनीति ग्रुप' , 'कलाकार ग्रुप' ,'जोड़ी ... फेसबुक पर अनगिनत ग्रुप बने 'कवि गोष्टी ग्रुप ', 'गजल ग्रुप', राजनीति ग्रुप' , 'क...